Kanta Bai by Tony Kakkar Lyrics
[Chorus]
कांता बाई मेरे कमरे में चुपके चुपके आई
मैं तो कर रहा था पढ़ाई क्यों आई, क्यों आई?
बिना बोले!
[Bridge]
इलू इलू केंदी मॉडल टाउन च रैंदी केंदी
मार्जानेया चालदे ना एसी बोहट गर्मी पेंडी
बिट्टू की केंदी?
ओह तेरी बहें दी!
मुम्मा इलू इलू केंदी
[Verse 1]
केंदी दिन शनिवार दा दिल वाजा मारदा
दही भल्ला खाऊँगी मंगल बाज़ार दा
मगल बाज़ार से होके जाना सेक्टर चार में
जित्थे रेह्न्दी ए सहेली मेरी शारदा
हा हा
पता है फिर की केंदी?
केंदी ज़ालिमा कोका कोला पिला दे, पिला दे, पिला दे
ओहदे नेक नी लगे इरादे
मैनु केंदी तेरा नंबर दे
मज़े ले इश्क़ समंदर दे
इधर उधर ना देख तू बिजली गिरादे मेरी कमर पे
कहती संग में सो जाते हैं बेबी मुझको नींद है आई
[Chorus]
कांता बाई मेरे कमरे में चुपके चुपके आई
कहती पाकड़ो ना कलाई क्यों आई, क्यों आई?
बिना बोले!
[Verse 2]
बंदा मैं सीधा साधा हूँ
किसी को भी ना मैं सताता हूँ
सुंदर लड़की जो पूछे
खुदको सिंगल ही मैं बताता हूँ
क्योंकि सिंगल रहते रहते मैने जिंगल बेल बजाई
कांता बाई मेरे कमरे में यही देखने आई
कैसे होती है पड़ाई
क्यों आई, क्यों आई?
बिना बोले!
[Outro]
कांता बाई मेरे कमरे में बिकनी पहन के आई
ज़रा भी ना शरमाई
आज रात को पक्का टूटेगी चारपाई भाई
कांता बाई मेरे कमरे में चुपके चुपके आई
मैं तो कर रहा था पढ़ाई क्यों आई, क्यों आई?
बिना बोले!
[Bridge]
इलू इलू केंदी मॉडल टाउन च रैंदी केंदी
मार्जानेया चालदे ना एसी बोहट गर्मी पेंडी
बिट्टू की केंदी?
ओह तेरी बहें दी!
मुम्मा इलू इलू केंदी
[Verse 1]
केंदी दिन शनिवार दा दिल वाजा मारदा
दही भल्ला खाऊँगी मंगल बाज़ार दा
मगल बाज़ार से होके जाना सेक्टर चार में
जित्थे रेह्न्दी ए सहेली मेरी शारदा
हा हा
पता है फिर की केंदी?
केंदी ज़ालिमा कोका कोला पिला दे, पिला दे, पिला दे
ओहदे नेक नी लगे इरादे
मैनु केंदी तेरा नंबर दे
मज़े ले इश्क़ समंदर दे
इधर उधर ना देख तू बिजली गिरादे मेरी कमर पे
कहती संग में सो जाते हैं बेबी मुझको नींद है आई
[Chorus]
कांता बाई मेरे कमरे में चुपके चुपके आई
कहती पाकड़ो ना कलाई क्यों आई, क्यों आई?
बिना बोले!
[Verse 2]
बंदा मैं सीधा साधा हूँ
किसी को भी ना मैं सताता हूँ
सुंदर लड़की जो पूछे
खुदको सिंगल ही मैं बताता हूँ
क्योंकि सिंगल रहते रहते मैने जिंगल बेल बजाई
कांता बाई मेरे कमरे में यही देखने आई
कैसे होती है पड़ाई
क्यों आई, क्यों आई?
बिना बोले!
[Outro]
कांता बाई मेरे कमरे में बिकनी पहन के आई
ज़रा भी ना शरमाई
आज रात को पक्का टूटेगी चारपाई भाई