Jinke Liye by Neha Kakkar Lyrics
[Lyrics for "Neha Kakkar - Jinke Liye" in Hindi]
[Intro]
तेरे लिए मेरी इबादतें वही है
तेरे लिए मेरी इबादतें वही है
तू शरम कर तेरी आदतें वही है
तू शरम कर तेरी आदतें वही है
[Chorus]
जिनके लिए हम रोते हैं
हो जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
[Verse 1]
हम गलियों में भटकते फिरते हैं
वो समंदर किनारों पे होते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
पागल हो जाओगे आना कभी ना
गलियों में उनकी जाना कभी ना
जाना कभी ना
हम जिंदा गए करीब उनके
अब देखो मरे हुए लौटे हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
रा रा रारा
[Verse 2]
हाथों से खेलते होंगे या पैरों से
फुर्सत कहाँ अब उनको है गैरों से
हाथों से खेलते होंगे या पैरों से
फुर्सत कहाँ अब उनको है गैरों से
उनकी मोहब्बतें हर जगह
वो जो कहते थे हम इकलौते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
[Speech]
कभी यहाँ बात करते हो
कभी वहाँ बात करते हो
आप बड़े लोग हो साहब
हमसे कहाँ बात करते हो
[Verse 3]
आज उस शख्स का नाम बताएँगे
जानी था जानी मिले जिस कायर से
गलती थी छोटी मोहब्बत करी जो
गलती बड़ी थी की कर बैठे शायर से
आग का दरिया जफां उनकी
हर दिन लगाने गोते हैं
[Chorus]
जिनके लिए हम रोते हैं
किसी और की बाहों में सोते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
किसी और की बाहों में सोते हैं
आ आ आ
हो जिनके लिए हम रोते हैं
किसी और की बाहों में सोते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
किसी और की बाहों में सोते हैं
[Intro]
तेरे लिए मेरी इबादतें वही है
तेरे लिए मेरी इबादतें वही है
तू शरम कर तेरी आदतें वही है
तू शरम कर तेरी आदतें वही है
[Chorus]
जिनके लिए हम रोते हैं
हो जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
[Verse 1]
हम गलियों में भटकते फिरते हैं
वो समंदर किनारों पे होते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
पागल हो जाओगे आना कभी ना
गलियों में उनकी जाना कभी ना
जाना कभी ना
हम जिंदा गए करीब उनके
अब देखो मरे हुए लौटे हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
रा रा रारा
[Verse 2]
हाथों से खेलते होंगे या पैरों से
फुर्सत कहाँ अब उनको है गैरों से
हाथों से खेलते होंगे या पैरों से
फुर्सत कहाँ अब उनको है गैरों से
उनकी मोहब्बतें हर जगह
वो जो कहते थे हम इकलौते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
[Speech]
कभी यहाँ बात करते हो
कभी वहाँ बात करते हो
आप बड़े लोग हो साहब
हमसे कहाँ बात करते हो
[Verse 3]
आज उस शख्स का नाम बताएँगे
जानी था जानी मिले जिस कायर से
गलती थी छोटी मोहब्बत करी जो
गलती बड़ी थी की कर बैठे शायर से
आग का दरिया जफां उनकी
हर दिन लगाने गोते हैं
[Chorus]
जिनके लिए हम रोते हैं
किसी और की बाहों में सोते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
किसी और की बाहों में सोते हैं
आ आ आ
हो जिनके लिए हम रोते हैं
किसी और की बाहों में सोते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
किसी और की बाहों में सोते हैं