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Aaj Purani Raahon Se by Mohammad Rafi Lyrics

Genre: rb | Year: 1968

[Intro]
हो, हो, हो
हो, हो, हो

[Choru]
आज पुरानी राहों से
कोई मुझे आवाज़ ना दे
आज पुरानी राहों से
कोई मुझे आवाज़ ना दे
दर्द में डूबे गीत ना दे
ग़मका सिसकता साज़ ना दे
दर्द में डूबे गीत ना दे
ग़मका सिसकता साज़ ना दे
हो, हो, हो
हो, हो, हो

[Verse 2]
बीते दिनों की याद थी जिन में
मैं वो तराने भूल चूका
आज नई मंज़िल है मेरी
कल के ठिकाने भूल चूका
ना वो दिल ना सनम
ना वो दिन धरम
अब दूर हूँ सारे गुनाहों से
[Chorus]
आज पुरानी राहों से
कोई मुझे आवाज़ ना दे
दर्द में डूबे गीत ना दे
ग़मका सिसकता साज़ ना दे
हो, हो, हो
हो, हो, हो

[Verse 3]
जीवन बदला, दुनिया बदली
मन को अनोखा ज्ञान मिला
आज मुझे अपने ही दिल में
एक नया इंसान मिला
पहुँचा हूँ वहाँ, नहीं दूर जहाँ
भगवान भी मेरी निगाहों से

[Chorus]
आज पुरानी राहों से
कोई मुझे आवाज़ ना दे